गुरु गोचर 2024 (Guru Gochar 2024) इस वर्ष होने वाली महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है देव गुरु बृहस्पति का गोचर। देव गुरु बृहस्पति को शुभ ग्रह के रूप में देखा जाता है और वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुरु का गोचर बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। बृहस्पति जब गोचर करते हैं तो जिन भावों पर भी बृहस्पति की दृष्टि पड़ती है, वहां अमृत के समान शुभ दृष्टि डालते हैं जिससे व्यक्ति को शुभ परिणामों की प्राप्ति होती है। बृहस्पति को ज्योतिष में जीव भी कहा गया है। बृहस्पति शनि के बाद दूसरे मंद गति से चलने वाले ग्रह माने गए हैं और यह लगभग 13 महीने में एक राशि का भ्रमण कर दूसरी राशि में गोचर कर जाते हैं। पिछले वर्ष 22 अप्रैल 2023 को बृहस्पति अपनी स्वराशि मीन से निकलकर अपने मित्र मंगल की राशि मेष में प्रवेश कर चुके थे। अब यही देव गुरु बृहस्पति वर्ष 2024 में दैत्य गुरु शुक्र की राशि वृषभ में गोचर करने जा रहे हैं।
किसी समस्या से हैं परेशान, समाधान पाने के लिए प्रश्न पूछें
यदि तिथि और समय की बात की जाए तो बृहस्पति 1 मई, 2024 को दोपहर 14:29 पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। अपने गोचर के दो दिन बाद ही यानी कि 3 मई 2024 को रात्रि 22:08 बजे देव गुरु बृहस्पति अस्त अवस्था में आ जाएंगे और इसे बृहस्पति तारा डूबना या गुरु तारा डूबना कहा जाएगा, जहां पर लगभग एक महीने बाद 3 जून 2024 की प्रातः 3:21 बजे यह अस्त अवस्था से उदित अवस्था में आ जाएंगे। जिस दौरान बृहस्पति ग्रह अस्त होते हैं, उस दौरान शुभ मांगलिक कार्यों जैसे विवाह, आदि नहीं किए जाते और बृहस्पति के पुनः उदय होने पर ये कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। इसी वृषभ राशि में विराजमान रह कर बृहस्पति 9 अक्टूबर 2024 को प्रातः 10:01 पर वक्री अवस्था में अपनी वक्री चाल शुरू कर देंगे और उनकी यह चाल अगले वर्ष 4 फरवरी 2025 की दोपहर 13:46 बजे तक रहेगी। बृहस्पति को शुभ और वृद्धि कारक ग्रह कहा जाता है और जिन-जिन भावों पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ती है, अपनी शुभ दृष्टि से उन भावों की और उनसे संबंधित फलों की वृद्धि करते हैं। आइए जानते हैं कि देव गुरु बृहस्पति का वृषभ राशि में होने वाला गोचर वर्ष 2024 में आप पर क्या प्रभाव डालेगा और गुरु गोचर 2024 आपके लिए किस प्रकार के परिणाम लेकर आ रहा है।
Read in English: Jupiter Transit 2024
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि के लिए बहुत महत्वपूर्ण ग्रह हैं क्योंकि यह आपके भाग्य भाव के स्वामी हैं और जीवन में भाग्य प्रबल न हो तो व्यक्ति हर क्षेत्र में संघर्ष करता है। नवम भाव के साथ-साथ यह आपके द्वादश भाव के स्वामी भी हैं और वृषभ राशि में गुरु गोचर होने से आपके ऊपर विशेष प्रभाव पड़ने वाला है क्योंकि देव गुरु बृहस्पति जो कि आपके नवम भाव के स्वामी हैं, वह अपनी गोचर अवस्था में आपके द्वितीय भाव में जाकर धन योग निर्मित करेंगे और इससे आपको उत्तम आर्थिक लाभ की प्राप्ति होगी। आपका बैंक बैलेंस बढ़ेगा, धन संचित करने में आप सफल होंगे। आपकी वाणी में गंभीरता आएगी। लोग आपकी बातों को बड़े प्यार से सुनेंगे और समझेंगे। यहां स्थित बृहस्पति आपको पारिवारिक सदस्यों से जोड़ कर रखेंगे। यदि आप कोई पैतृक व्यवसाय करते हैं तो इस गोचर का आशातीत लाभ आपको अपने व्यापार में देखने को मिलेगा। परिवार के बुजुर्ग सदस्यों से भी आपको सुख और आशीर्वाद की प्राप्ति होगी
2025 के गुरु गोचर को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: गुरु गोचर 2025
गुरु गोचर 2024 दूसरे भाव में देव गुरु बृहस्पति का गोचर परिवार में किसी शुभ समाचार की प्राप्ति भी कराएगा। परिवार में किसी विवाह योग्य संतान का विवाह हो सकता है अथवा संतान जन्म होने से भी घर में खुशियां आ सकती हैं। द्वितीय भाव में बैठकर देव गुरु बृहस्पति आपके छठे भाव, आठवें भाव और दसवें भाव को देखेंगे। छठे भाव पर देव गुरु की दृष्टि होने के कारण आपके पास अच्छा धन लाभ होने की वजह से आप अपने पुराने कर्ज या बैंक लोन को चुकाने में सफल हो सकते हैं। कर्ज का दबाव कम होगा। विरोधी भी शांत रहेंगे और आपके साथ मित्रवत व्यवहार करेंगे। शिक्षा में आपको इसके अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। ससुराल पक्ष से आपके संबंध सुधरेंगे और जीवनसाथी और आपके दोनों के परिवारों के मध्य आपसी सामंजस्य दिखाई देगा तथा प्रेम की भावना बढ़ेगी। दशम भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि के कारण करियर में उत्तम सफलता के योग बनेंगे। आप अपनी कार्यकुशलता और सूझबूझ से हर समस्या का हल निकालने में कामयाब रहेंगे। 3 मई से 3 जून के बीच जब देव गुरु बृहस्पति अस्त अवस्था में होंगे तो उस दौरान आपको अपने कार्यों में अधिक प्रयास करने की आवश्यकता पड़ेगी। वाणी से किसी से भी उल्टा सीधा कहने से बचें। इसके बाद का समय अनुकूल रहेगा फिर 9 अक्टूबर से वर्ष के अंत तक जब बृहस्पति वक्री अवस्था में रहेंगे तो उस दौरान धन संचय करने में कुछ ज्यादा कोशिश करनी होगी और परिवार के सदस्यों को बांधे रखना आपके लिए चुनौती होगा लेकिन आप अपनी सोच और समझ से इन समस्याओं का समाधान भी निकाल लेंगे।
उपाय : आपको गुरुवार के दिन लाल गाय को आटे में हल्दी मिलाकर लोई बनाकर खिलानी चाहिए और उस गाय के दूध से घर में कोई मिठाई बनाकर भगवान विष्णु को अर्पित करके स्वयं भोग स्वरूप ग्रहण करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें: मेष राशिफल 2024
देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि के लिए अष्टम भाव और एकादश भाव के स्वामी हैं। अपने इस गोचर काल में देव गुरु बृहस्पति आपके प्रथम भाव में यानी कि आपकी ही राशि में विराजमान होंगे। बृहस्पति देव का यह गुरु गोचर 2024 वृषभ राशि में ही होने के कारण आपके लिए विशेष प्रभावशाली साबित हो सकता है। आपके दो अकारक भावों के स्वामी होने के कारण देव गुरु बृहस्पति शुक्र की राशि में अधिक अनुकूल परिणाम नहीं देते हैं। अष्टम भाव के स्वामी का आपकी राशि में गोचर करना आपको गुप्त विद्याओं और गुप्त ज्ञान प्रदान करने में मदद करेगा। आप ज्योतिष, रिसर्च, आदि विषयों में या किसी गुप्तचर सेवा में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं और उसमें आपको सफलता मिल सकती है। आप दान, धर्म, तंत्र, मंत्र, जैसे कार्य भी कर सकते हैं। एकादश भाव के स्वामी का आपकी राशि में जाना आर्थिक लाभ के योग बनाएगा। आप धन प्राप्त करने की दिशा में प्रयासरत नजर आएंगे और इसके लिए जितना हो सकेगा, उतनी कोशिश करेंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा लेकिन इन भावों के स्वामी का आपकी राशि में होना आपके स्वास्थ्य के लिए अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। आपको उदर रोग और चयापचय (मेटाबोलिस्म) से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यहां स्थित देव गुरु बृहस्पति आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे, जहां पर केतु विराजमान हैं। यह आपकी संतान के लिए अच्छा रहेगा। उनमें संस्कारों की वृद्धि होगी और वह अपने जीवन में उन्नति करेंगे।
गुरु गोचर 2024 यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपको उस प्यार के लिए कुछ भी कर गुजरने वाला बना सकता है और आप किसी भी हद तक जाने को तैयार रहेंगे। देव गुरु बृहस्पति की ही कृपा से आपका प्रेम विवाह भी इस वर्ष हो सकता है। यहां स्थित बृहस्पति आपके सप्तम भाव को भी पूर्ण सप्तम दृष्टि से देखेंगे जिससे आपके वैवाहिक जीवन में चली आ रही समस्याओं में बहुत हद तक कमी आ सकती है। भले ही शनि की दृष्टि भी आपके सप्तम भाव पर होगी लेकिन उन चुनौतियों को दूर करने में बृहस्पति का महत्वपूर्ण योगदान होगा और आपके रिश्ते को बचाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे। बृहस्पति की नवम दृष्टि आपके नवम भाव पर यानी भाग्य भाव पर होने से आप धर्म-कर्म के लिए तीर्थाटन करेंगे। परिवार के साथ और कभी अकेले शुभ और तीर्थ स्थानों पर जाकर देवी देवताओं के दर्शन करेंगे। इससे आपको संतुष्टि मिलेगी। अत्यधिक पूजा करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है इसलिए नियम बद्ध हो कर आराम से पूजा करके अपने इष्ट देव को मनाने से आपको सफलता मिलेगी। 3 मई से 3 जून के बीच जब बृहस्पति अस्त अवस्था में होंगे तो इस दौरान स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति विशेष सावधानी बरतें, आप बीमार पड़ सकते हैं। वर्ष के अंतिम महीनों में जब 9 अक्टूबर से बृहस्पति वक्री अवस्था में आ जाएंगे, तब आपको अपने वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। धन को लेकर आप और आपके जीवनसाथी के बीच कुछ कहासुनी हो सकती है। आपके जीवन में ससुराल पक्ष के लोगों का बड़ा हस्तक्षेप हो सकता है जो आपको परेशानी दे सकता है। संतान पक्ष को लेकर आप थोड़े चिंतित रहेंगे। लंबी यात्राओं में कुछ समस्याएं हो सकती हैं इसलिए पूरी तैयारी से जाएं।
उपायः आपको गुरुवार के दिन से शुरू करके गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम: का नियमित जाप करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: वृषभ राशिफल 2024
पाएँ 250+ पन्नों की रंगीन कुंडली और भी बहुत कुछ: बृहत् कुंडली
बृहस्पति महाराज आपकी मिथुन राशि के लिए सप्तम और दशम भाव के स्वामी होकर एक महत्वपूर्ण ग्रह हैं और अपने इस गोचर काल में वह आपके द्वादश भाव में प्रवेश करने वाले हैं। देव गुरु बृहस्पति के इस गोचर के प्रभाव से मुख्य रूप से आपका द्वादश भाव प्रभावित होगा जिसके परिणामस्वरूप आपके खर्चों में वृद्धि होने की संभावना रहेगी। आप धार्मिक और अच्छे कार्यों पर खर्च करेंगे। इससे आपको समाज में मान सम्मान मिलेगा और आप संतुष्टि भरा जीवन व्यतीत करेंगे क्योंकि आपका खर्च व्यर्थ की चीजों पर नहीं होगा लेकिन इससे आपके ऊपर आर्थिक बोझ अवश्य बढ़ सकता है क्योंकि खर्चे बढ़ सकते हैं। बृहस्पति को वृद्धि कारक ग्रह होने के कारण खर्चों को बढ़ोतरी की ओर लेकर जाएंगे। यहां स्थित बृहस्पति महाराज अपनी पंचम दृष्टि से आपके चतुर्थ भाव को, सप्तम दृष्टि से आपके छठे भाव को और नवम दृष्टि से आपके अष्टम भाव को देखेंगे। बृहस्पति की दृष्टि चतुर्थ भाव पर होने से आप अपनी सुख प्राप्ति के लिए खर्च करेंगे और उन खर्चों को करने के बाद आपको संतुष्टि और सुख की प्राप्ति होगी। घरेलू खर्च में बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे। माताजी के स्वास्थ्य में सुधार आएगा और बृहस्पति महाराज की कृपा से उनके अंदर धार्मिक प्रवृत्ति की बढ़ोतरी होगी तथा घर में भी शुभ कार्य होंगे जिससे घर का माहौल भी भक्ति पूर्ण और धार्मिक हो सकता है। आप घर की आवश्यकताओं के ऊपर ध्यान देंगे और उनको पूरा करेंगे
गुरु गोचर 2024 के अनुसार बृहस्पति की दृष्टि षष्ठ भाव पर होने से आप अपने विरोधियों से विनम्र व्यवहार करेंगे जिससे वे आपके मुरीद बन जाएंगे। नौकरी में आपकी स्थिति अच्छी होने के कारण बृहस्पति महाराज की कृपा रहेगी और आपको ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होने के कारण चुनौतियां स्वतः ही दूर होती चली जाएंगी। आपके कर्ज में भी कमी आ सकती है। बृहस्पति महाराज की नवम दृष्टि अष्टम भाव में होने से आपके अंदर धार्मिक गतिविधियों और ज्योतिष जैसे विषयों में अच्छी जिज्ञासा बढ़ेगी। आप इनको अपने जीवन में अपना सकते हैं। यदि आप शोध के विद्यार्थी हैं तो बृहस्पति महाराज का यह गोचर आपको शोध के क्षेत्र में अच्छी सफलता प्रदान करेगा। आपको इस गोचर के प्रभाव से व्यापार अथवा नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने का मौका मिल सकता है। जीवनसाथी और आपके बीच वैवाहिक संबंधों में अंतरंगता में बढ़ोतरी होगी और आपका रिश्ता प्रगाढ़ होगा। 9 अक्टूबर से देव गुरु बृहस्पति आपके द्वादश भाव में वक्री अवस्था में आ जाएंगे। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि यह गोचर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
उपायः आपको बृहस्पति महाराज की कृपा प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों अथवा ब्राह्मणों को गुरुवार के दिन पठन-पाठन की सामग्री भेंट करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें: मिथुन राशिफल 2024
देव गुरु बृहस्पति का यह वृषभ राशि में होने वाला गोचर आपकी कर्क राशि से एकादश भाव में होने जा रहा है। देव गुरु बृहस्पति आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह हैं। यह आपके षष्ठ भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके भाग्य स्थान यानी कि नवम भाव के स्वामी भी हैं और नवम भाव के स्वामी का एकादश भाव में जाना आपके भाग्य में वृद्धि करने वाला साबित होगा। देव गुरु बृहस्पति के इस गोचर के परिणामस्वरूप आपकी महत्वाकांक्षाओं में आ रही बाधाएं दूर होंगी। आपकी व्यवसायिक योजनाएं सफल होंगी। यदि उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा रखते हैं तो उसमें आ रही बाधाओं में कमी आएगी और आपको अच्छी शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा। देव गुरु बृहस्पति आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सुपरिणाम प्रदान करेंगे। आपकी आमदनी में भी अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
गुरु गोचर 2024 के अनुसार कार्यक्षेत्र में आपका प्रभुत्व बढ़ेगा और आपको सम्मानजनक दृष्टि से देखा जाएगा। आपके वरिष्ठ अधिकारियों की कृपा आपको सहज रूप से प्राप्त होगी और इससे आपको अपनी नौकरी में अपनी जड़ें जमाने का मौका मिलेगा। व्यापार के सिलसिले में यात्रा करना आपके लिए और भी ज्यादा लाभदायक साबित होगा। बृहस्पति महाराज यहां स्थित होकर आपके तृतीय भाव, पंचम भाव और सप्तम भाव को पूर्ण दृष्टि से देखेंगे। तृतीय भाव पर बृहस्पति की दृष्टि के परिणाम स्वरूप भाई बहनों से आपके संबंधों में मधुरता आएगी। उनसे चल रही समस्याएं दूर होंगी और यह समय उन्हें भी उन्नति की राह पर लेकर जाएगा। आपके मित्रों और आपके कार्यक्षेत्र में काम करने वाले सहकर्मियों से आपके रिश्ते प्रेमवत हो जाएंगे जिसका आपको चारों तरफ से लाभ होगा। आप अपनी किसी रुचि को बाहर निकालकर उससे धन अर्जित भी कर सकते हैं। प्रेम संबंधों के लिए यह गोचर सर्वाधिक अनुकूल रहेगा और आपको प्रेम विवाह करने का मौका मिल सकता है। आप जिन से प्रेम करते हैं, उनके समक्ष अपनी बात रखेंगे तो वह मना नहीं कर पाएंगे। विद्यार्थियों के लिए यह गोचर अनुकूल रहेगा और शिक्षा में अच्छे परिणामों की प्राप्ति के योग बनेंगे। यदि आप विवाहित हैं तो संतान के जन्म की खुशखबरी भी आपको मिल सकती है और यदि आप पहले से ही संतान वाले हैं तो आपको अपनी संतान से सुख मिलेगा। वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी। आप और आपके जीवनसाथी के मध्य अच्छा सामंजस्य देखने को मिलेगा। व्यवसायिक कार्य में सफलता मिलेगी। व्यवसाय में वृद्धि होने के भी प्रबल योग बनेंगे। 3 मई से 3 जून के बीच आपके प्रभाव में कुछ कमी हो सकती है। इस दौरान प्रयासों को बढ़ाना होगा। 9 अक्टूबर को जब देव गुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में आएंगे तो धार्मिक कामों से ज्यादा धन की ओर आपका मन लगेगा और आपको उत्तम धन लाभ होगा।
उपायः आपको उत्तम गुणवत्ता का पुखराज रत्न सोने की मुद्रिका में जड़वा कर शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार के दिन अपनी तर्जनी अंगुली में धारण करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: कर्क राशिफल 2024
देव गुरु बृहस्पति सिंह राशि के जातकों के लिए पंचम भाव और अष्टम भाव के स्वामी हैं। त्रिकोण भाव के स्वामी होने के कारण यह आपके लिए एक शुभ ग्रह हैं और आपके राशि स्वामी सूर्य देव के परम मित्र भी हैं इसलिए देव गुरु बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए विशेष परिणाम देने वाला साबित हो सकता है। बृहस्पति महाराज का यह गोचर आपकी राशि से दशम स्थान में होगा। इस गोचर के प्रभाव से आप अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए अपने कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रयास करेंगे। अष्टम भाव के स्वामी का दशम भाव में जाना कार्यक्षेत्र में उठापटक का संकेत देता है। इस दौरान आप नौकरी में बदलाव के बारे में भी विचार कर सकते हैं। यदि पहले से ही आपने आवेदन किया हुआ है तो इस गोचर अवधि में आपको एक दूसरी नौकरी मिलने के प्रबल योग बनेंगे। यह गोचर आपको यह समझाता है कि आपको अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार के अहंकार से या दूसरों को नीचा दिखाने की प्रवृत्ति से बचना होगा, नहीं तो आप मुसीबत में आ सकते हैं। आपका अनुभव बहुत अच्छा है और लोग आपकी प्रशंसा भी करेंगे लेकिन आपको इस बात को लेकर अहंकार की भावना से ग्रसित होने से बचना चाहिए। अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सम्मान दें और कार्यक्षेत्र पर एक अच्छा वातावरण तैयार करें जिससे आपको नौकरी में भी आसानी होगी।
गुरु दशम भाव में विराजमान होकर देव गुरु बृहस्पति आपके द्वितीय भाव, आपके चतुर्थ भाव और आपके षष्ठ भाव को देखेंगे। दूसरे भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि से वाणी में मधुरता बढ़ेगी और आपको सोच समझकर बोलने से लाभ होगा। बृहस्पति महाराज के प्रभाव से गुप्त धन प्राप्ति, पैतृक संपत्ति की प्राप्ति, किसी प्रकार की विरासत मिलना, अचानक से धन लाभ होने के योग बनेंगे। कुटुंब के मामलों में भी आप बढ़-चढ़कर अपना योगदान देंगे और लोगों की नजरों में बने रहेंगे। चतुर्थ भाव पर बृहस्पति महाराज की दृष्टि होने के कारण आपके पारिवारिक जीवन में सुख रहेगा। घर में शांति का माहौल रहेगा। बृहस्पति महाराज आपकी माता जी के स्वास्थ्य में आ रही समस्याओं को भी दूर कर देंगे और इससे आपकी माताजी का स्वास्थ्य उत्तम होगा, उन्हें किसी भी परेशानी का सामना करने की हिम्मत प्राप्त होगी। इस दौरान आप कोई अच्छी संपत्ति भी खरीद सकते हैं। वह संपत्ति पुरानी हो सकती है लेकिन आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। छठे भाव पर बृहस्पति महाराज की दृष्टि होने के कारण विरोधियों से कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि वे बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर पाएंगे और अंततः आपको ही विजय प्राप्त होगी। आपको अपने खर्चों को नियंत्रण में रखने के लिए बहुत प्रयास करना होगा और नया कर्ज लेने से बचना होगा।
उपायः आपको गुरुवार के दिन से शुरू करके देव गुरु बृहस्पति के मंत्र ॐ बृं बृहस्पतये नमः का जाप करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: सिंह राशिफल 2024
देव गुरु बृहस्पति का गोचर कन्या राशि से नवम भाव में होने जा रहा है। आपकी राशि के लिए यह आपके चतुर्थ भाव यानी कि सुख भाव और सप्तम भाव यानी कि व्यवसाय और साझेदारी के भाव के स्वामी होकर नवम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर कई मामलों में आपके लिए बहुत अनुकूल रहेगा और कुछ मामलों में आपको कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। देव गुरु बृहस्पति का नवम भाव में जाना धर्म-कर्म के मामलों में आप की बढ़ोतरी करेगा। आप परिवार के साथ तीर्थाटन पर जाना पसंद करेंगे। मंदिरों में और तीर्थ स्थानों के दर्शन करना आपको संतुष्टि और सुख देगा। इस दौरान बड़ी संपत्ति खरीदने के योग भी बन सकते हैं। केवल इतना ही नहीं, यदि आप कोई बढ़िया गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो वह भी इस समय में खरीद सकते हैं। आपके विदेश यात्रा के योग बनेंगे। आप पहले से ही वीजा के लिए तैयारी कर चुके हैं तो आपका वीजा लग सकता है। उच्च शिक्षा के लिए यह गोचर अनुकूल रहेगा। आपको आपके प्रयासों में सफलता मिलेगी। जीवन साथी के साथ सामंजस्य बढ़िया बैठेगा। दोनों साथ मिलकर यात्राएं भी करेंगे। लंबी यात्राओं के मध्य आपसी प्रेम बढ़ेगा।
इस गुरु गोचर 2024 केदौरान जीवनसाथी के माध्यम से लाभ होने के योग बनेंगे। इस दौरान आपको किसी गुरु अथवा किसी विद्यार्थी की सेवा करने का या उनकी मदद करने का मौका मिलेगा जिसे आपको हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। यहां स्थित बृहस्पति आपकी राशि यानी कि आपके प्रथम भाव पर, आपके तृतीय भाव पर और आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे। प्रथम भाव पर देव गुरु की दृष्टि होने के कारण आप धर्म के मार्ग पर रहेंगे। आपकी बुद्धि भ्रमित होने से बचेगी, भले ही आप कितना भी उल्टा सीधा क्यों ना सोच लें लेकिन बृहस्पति आपको सही मार्ग पर लेकर आने के लिए मजबूर करेंगे और उसकी बदौलत आप सही निर्णय लेकर जीवन में तरक्की कर पाएंगे। तीसरे भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि आपको भाई बहनों का सुख प्रदान करेगी। दोस्तों से भी आपको लाभ होगा। आपकी छोटी छोटी यात्राएं हों या लंबी यात्राएं आपको सुख प्रदान करेंगे और उनसे आपका मान सम्मान बढ़ेगा। कुछ बड़े और महत्वपूर्ण लोगों से मेल मुलाकात का सिलसिला शुरू होगा, जो आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। पंचम भाव पर भी देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि होने से आपको शिक्षा के क्षेत्र में उत्तम परिणामों की प्राप्ति होगी। आपका मन सहज भाव से पढ़ाई में लगेगा और आपकी एकाग्रता बढ़ेगी। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और आप अपने प्रियतम से ज्यादा घनिष्ठता महसूस करेंगे। इस दौरान उनके साथ लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के योग भी बनेंगे। आप उन्हें बहुत प्यार से संभालेंगे और उन्हें यह बहुत पसंद आएगा। इससे आपका प्रेम परवान चढ़ेगा। 3 मई से 3 जून के बीच जब गुरु बृहस्पति अस्त अवस्था में होंगे, उस दौरान आपको सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए और बुजुर्गों की सेवा और सम्मान देना चाहिए, नहीं तो आपके कार्यों में बाधा आएगी और जीवन साथी का हस्तक्षेप बढ़ेगा। 9 अक्टूबर से बृहस्पति महाराज वक्री अवस्था में आएँगे, जो वर्ष के अंत तक भी जारी रहेगी। इस दशा में आपको अपने कामों को करने में बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी। अधिक प्रयासों के बाद ही सफलता के योग बन पाएंगे।
उपायः आपको गुरुवार के दिन से शुरू करके श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का नियमित पाठ करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: कन्या राशिफल 2024
देव गुरु बृहस्पति आपकी तुला राशि से अष्टम भाव में वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आपकी राशि के लिए यह तृतीय भाव और षष्ठ भाव के स्वामी होकर अकारक ग्रह हैं और शुक्र की राशि में अधिक अनुकूल नहीं माने जाते हैं। ऊपर से इनका गोचर आपके अशुभ भाव में होने के कारण यह गोचर आपके लिए सावधानी भरा होने की संभावना रहेगी इसलिए आपको अपनी गतिविधियों को नियंत्रण में रखते हुए ही जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रयास करने होंगे। अष्टम भाव में उपस्थित होकर देव गुरु बृहस्पति आपको भाई बहनों से संबंधों में निराशा दे सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके सहकर्मियों से आपका विवाद हो सकता है। उनसे कही हुई बातें आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। आप भले ही कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस दौरान कर्ज बढ़ने की संभावना रहेगी। कोशिश यही करें कि किसी भी तरह का नया कर्ज ना लें, अन्यथा आपको उसे लंबे समय तक चुकाना पड़ सकता है। आर्थिक रूप से यह गोचर कुछ कमजोर रह सकता है और आपको आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। खर्चों में अधिकता रहेगी। हां आपको एक लाभ अवश्य होगा कि आप धार्मिक रूप से उन्नतिवान बनेंगे। आपकी रूचि ज्योतिष, अज्ञात और धर्म के मामलों में बढ़ेगी। आप पठन-पाठन के कार्यों में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। अष्टम भाव से देव गुरु बृहस्पति आपके द्वादश भाव, आपके द्वितीय भाव और आपके चतुर्थ भाव पूर्ण दृष्टि डालेंगे। द्वादश भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि के कारण आपके बाहर जाने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। हालांकि इसमें काफी खर्च भी आपको करना होगा लेकिन बाहर जाने में आप कामयाब हो सकते हैं। आपके खर्च तो बढ़ेंगे ही इस दौरान आपको स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको गले में समस्या हो सकती है अथवा पेट से संबंधित समस्याएं, लिवर और चयापचय से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। बृहस्पति महाराज की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर होने से अचानक से धन लाभ के योग बन सकते हैं। वाद-विवाद और कोर्ट अथवा कचहरी के मामलों से आपको धन प्राप्ति होने के योग बन सकते हैं।
इस गुरु गोचर 2024 केदौरान आपके जीवनसाथी के परिवार यानी कि आपके ससुराल से आपको कुछ मदद मिल सकती है। हालांकि आपके संबंध उनके साथ कुछ कटुता भरे भी हो सकते हैं इसलिए सावधानी रखें। इस दौरान आपके जीवनसाथी का व्यवहार आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा। इस गोचर की अवधि में आपको पारिवारिक समस्याओं को सुलझाने में अधिक समय लगाना होगा। आप भले ही कितने ही कार्य में व्यस्त क्यों ना हों लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आपको आगे आना होगा और चुनौतियों से जूझना होगा, तब आकर आप मानसिक रूप से शांति महसूस करेंगे। 3 मई से 3 जून के बीच देव गुरु बृहस्पति अपनी अस्त अवस्था में रहेंगे, इस दौरान पिता को शारीरिक कष्ट और पिता से संबंधों में उतार-चढ़ाव भी आ सकता है। आपको किसी गुरु के कोप का सामना भी करना पड़ सकता है इसलिए अपनी ओर से ऐसी कोई गलती ना करें जिसके लिए आपको पछताना पड़े। 9 अक्टूबर से देव गुरु बृहस्पति अष्टम भाव में वक्री होंगे। यह अवधि किसी नए निवेश से नुकसान को दर्शाती है। इसके साथ ही आपको शारीरिक समस्याएं भी घेर सकती हैं इसलिए सावधानी रखें और जरूरत पड़ने पर चिकित्सीय परामर्श अवश्य लें।
उपायः आपको बृहस्पतिवार के दिन कच्चा आलू, चने की दाल, देसी घी, कपूर और हल्दी का दान किसी गौशाला में करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: तुला राशिफल 2024
वृश्चिक राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर सप्तम भाव में होने जा रहा है। आपकी राशि के स्वामी मंगल के लिए देव गुरु बृहस्पति मित्र की भूमिका में हैं लेकिन वह शुक्र की राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बृहस्पति आपके लिए द्वितीय और पंचम भाव के स्वामी हैं तथा पंचम के स्वामी होकर सप्तम भाव में जाकर केंद्र-त्रिकोण का संबंध बनाएंगे जो आपके लिए राजयोग सरीखे परिणाम भी प्रदान कर सकता है। देव गुरु बृहस्पति के सप्तम भाव में जाकर विराजमान होने से आपके व्यापार में वृद्धि के स्पष्ट संकेत मिलेंगे। यदि पहले से आपके व्यापार में कुछ समस्याएं चल रही हैं तो अब उनमें कमी आएगी और एक स्थायित्व की प्राप्ति होने लगेगी। एक स्थिरता का भाव रहेगा जो आपके व्यापार को गतिशीलता प्रदान करेगा। आप अपनी कुछ पूंजी भी व्यापार में लगा सकते हैं जिससे व्यापार को नई दिशा मिलेगी। कुछ नए और अनुभवी व्यक्तियों से मिलकर और उन्हें अपने साथ शामिल करके उनके साथ काम करके आपको व्यापार में उन्नति का योग बनेगा। आपको अपनी संतान से सुख की प्राप्ति होगी। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह के प्रबल योग बनेंगे और आप अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए अपने व्यापार को उन्नति की राह पर लेकर चलेंगे। जीवनसाथी से संबंधों में शुद्धता आएगी और आपका रिश्ता खूबसूरत तरीके से व्यतीत होने लगेगा। आप और जीवनसाथी के मध्य आपसी सामंजस्य सुधरेगा और एक दूसरे के प्रति समर्पण का भाव भी जागेगा। यहां स्थित बृहस्पति आपके एकादश भाव, आपके प्रथम भाव और आपके तृतीय भाव को देखेंगे।
गुरु गोचर 2024 के अनुसार बृहस्पति आपके व्यापार में आर्थिक उन्नति को तेजी प्रदान करेंगे। आपकी व्यवसायिक योजनाएं फलीभूत होंगी और उनसे आपको प्रबल धन लाभ के योग बनेंगे। आपकी दैनिक आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी और वैसे भी आपकी आय में बढ़ोतरी के स्पष्ट संकेत मिलेंगे। आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा और नौकरी में भी वह आपकी सहायता करेंगे। अगर आप नौकरी में हैं तो इस दौरान एक अच्छी और अधिक तनख्वाह वाली नौकरी आपको प्राप्त हो सकती है। व्यापार के दृष्टिकोण से तो यह समय अच्छा रहेगा। आपकी राशि पर बृहस्पति का प्रभाव आपको एक संतुलित व्यक्ति बनाने में मददगार साबित होगा। आप वस्तुस्थिति का सही आंकलन करके सही निर्णय लेकर अपने व्यापार और अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में उन्नति प्राप्त कर पाएंगे। तीसरे भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि भाई बहनों से संबंध मजबूत बनाएगी। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का सहयोग भी पूरा आपको मिलता रहेगा। आप पराक्रम को बढ़ा कर अपने व्यापार को आगे लेकर जाएंगे। आपके जीवनसाथी के भाग्य में भी बढ़ोतरी होगी जिससे आपको भी लाभ होगा। 3 मई से 3 जून के बीच जब बृहस्पति महाराज अस्त अवस्था में आएंगे तो उस दौरान व्यापार में कुछ शिथिलता आ सकती है लेकिन धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ते रहें। 9 अक्टूबर से देव गुरु बृहस्पति वक्री अवस्था में आ जाएंगे। इस दौरान जीवन साथी को स्वास्थ्य कष्ट परेशान कर सकते हैं। व्यवसायिक साझेदार से बातचीत करते समय थोड़ी सावधानी रखें क्योंकि बात का बतंगड़ बनने से समस्या पैदा हो सकती है।
उपायः आपको अच्छी गुणवत्ता वाला पुखराज रत्न धारण करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: वृश्चिक राशिफल 2024
गुरु बृहस्पति आपकी धनु राशि के स्वामी ग्रह होने के साथ-साथ आपके चतुर्थ भाव के स्वामी भी हैं। बृहस्पति का गोचर 2024 आपकी राशि से षष्ठ भाव में होने जा रहा है। यहां स्थित होकर देव गुरु बृहस्पति आपके खर्च में बढ़ोतरी का संकेत देते हैं। आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति सावधानी रखनी होगी क्योंकि इस दौरान आपके बीमार होने के योग बन सकते हैं। राशि स्वामी का षष्ठ भाव में जाना कोर्ट या कचहरी के मामलों में व्यस्तता दिखाता है। ऐसे किसी मामले में यदि आप पहले से ही लगे हुए हैं तो इस दौरान आपको और ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी और उस पर धन खर्च भी करना पड़ेगा। आप यदि किसी बैंक से लोन लेना चाहते हैं तो इस अवधि में वह लोन आपको मिल सकता है। बृहस्पति आपकी नौकरी में अच्छी स्थितियों को निर्मित करेंगे लेकिन विरोधियों को लेकर आप थोड़े से परेशान हो सकते हैं और आपको निरंतर प्रयास करना होगा कि अपने विरोधियों से दो कदम आगे सोच सकें। षष्ठ भाव में स्थित होकर देव गुरु बृहस्पति अपनी पंचम दृष्टि से आपके दशम भाव को, सप्तम दृष्टि से आपके द्वादश भाव को और नवम दृष्टि से आपके द्वितीय भाव को देखेंगे।
यह गुरु गोचर 2024 बताता है कि कठिन प्रयासों से आपको सफलता मिलेगी। आप इस दौरान किसी भी संपत्ति में हाथ ना डालें क्योंकि वह विवादित हो सकती है और उसके कारण आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर काल में आपकी माताजी का स्वास्थ्य भी नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है इसलिए उनके स्वास्थ्य पर बराबर नजर बनाए रखें और आवश्यक होने पर चिकित्सक से संपर्क करें। धार्मिक यात्राओं के योग बनेंगे और आप तीर्थ स्थलों की यात्रा कर सकते हैं। द्वादश भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि खर्च में अधिकता को दिखाती है। आपकी प्रवृत्ति रहेगी कि इस दौरान धन को अलग-अलग कामों में खर्च किया जाए। हालांकि वे अच्छे कार्य ही होंगे जिन पर आपको ध्यान देना होगा। कठिन चुनौतियों के बाद धन प्राप्ति के योग भी बनेंगे। आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि उल्टा सीधा बोलने की वजह से आपके कुछ विरोधी उत्पन्न हो सकते हैं। 3 मई से 3 जून के बीच बृहस्पति महाराज अपनी अवस्था में रहेंगे जिससे आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। इस अवधि में कोई बीमारी आपको परेशान कर सकती है। वसा, कोलेस्ट्रॉल और पेट से संबंधित समस्याओं में बढ़ोतरी की आशंका रहेगी। जो लोग पहले से मधुमेह से पीड़ित है उन्हें और ज्यादा ध्यान देना होगा। 9 अक्टूबर से देव गुरु बृहस्पति अपनी वक्री चाल प्रारंभ करेंगे। यह अवधि आपके कार्यों में अच्छी सफलता तो दिलाएगी लेकिन स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है इसलिए अक्टूबर से दिसंबर तक अपने स्वास्थ्य पर और भी ज्यादा ध्यान देने की कोशिश करें।
उपायः आपको बृहस्पति के मंत्र ॐ गुं गुरुवे नमः का प्रतिदिन 108 बार जाप करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: धनु राशिफल 2024
मकर राशि के लिए देव गुरु बृहस्पति तृतीय और द्वादश भाव के स्वामी होकर कारक ग्रह बन जाते हैं। वर्तमान गोचर में वह आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे। देव गुरु बृहस्पति के इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको शिक्षा में उत्तम परिणामों की प्राप्ति होगी। आपके अंदर सही विचारों का जन्म होगा। धर्म-कर्म, अध्यात्म और चिंतन तथा सामाजिक रूप से उत्तम विचारों का जन्म आपके अंदर होगा जिससे आपको अपने किए हुए गलत कार्यों से ग्लानि भी होगी और आप उसका पश्चाताप करना पसंद करेंगे। आपके मन मस्तिष्क और ज्ञान का विस्तार होगा। अच्छे लोगों से आपकी बातचीत होगी और उनसे आपको लाभ होगा। आपको अपनी संतान से सुख मिलेगा। आपकी संतान आज्ञाकारी बनेगी और उनसे आपको सुख की प्राप्ति होगी। देव गुरु बृहस्पति के इस गोचर से यदि आप विवाहित जातक हैं तो आपको संतान प्राप्ति का सुखद समाचार प्राप्त हो सकता है। संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। प्रेम संबंधों में यह गोचर अनुकूल परिणाम देगा और आपके रिश्ते को परिपक्व बनाएगा।
गुरु गोचर 2024 के अनुसार यहां स्थित देव गुरु बृहस्पति आपके नवम भाव, आपके एकादश भाव और आपके प्रथम भाव यानी कि आपकी राशि पर दृष्टिपात करेंगे। बृहस्पति के इस गोचर के परिणाम स्वरूप लंबी यात्राओं के योग भी बनेंगे। शिक्षा के लिए आप लंबी-लंबी यात्राएं करेंगे। कुछ नया पाठ्यक्रम पढ़ना आपको पसंद आएगा। उच्च शिक्षा के लिए प्रयास करने पर आपको सफलता मिल सकती है। आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। हो सकता है कि आपकी नौकरी में बदलाव आए और दूसरी नौकरी आपको पहले से अधिक तनख्वाह पर मिले जिससे आपको आर्थिक उन्नति देखने का मौका मिलेगा। आपके मन में सही विचार आएँगे, निर्णय क्षमता बेहतर होगी और उससे आपके सभी काम बनेंगे। आपको अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
उपायः प्रतिदिन स्नान के पश्चात् अपने मस्तक पर केसर का तिलक अवश्य लगाएं।
यह भी पढ़ें: मकर राशिफल 2024
कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति द्वितीय और एकादश भाव के स्वामी होकर धन भावों के स्वामी बनते हैं और आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि कुंडली में इनकी स्थिति आपकी आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। वर्तमान गोचर में देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। वृषभ राशि में गुरु का यह गोचर आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है। आप अपने धन का प्रयोग अपने घर की साज-सज्जा में, घर की आवश्यकताओं की पूर्ति में, अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में और अपनी माता जी के स्वास्थ्य पर कर सकते हैं। बृहस्पति यहां स्थित होकर अपनी पंचम दृष्टि से आपके अष्टम भाव को, सप्तम दृष्टि से दशम भाव को और नवम दृष्टि से द्वादश भाव को देखेंगे।
गुरु गोचर 2024 के अनुसार बृहस्पति के अष्टम भाव पर प्रभाव से आपको पैतृक संपत्ति प्राप्त होने के योग बन सकते हैं। आपको अचानक से धन लाभ हो सकता है जिससे सुख की अनुभूति होगी। कोई पुरानी संपत्ति जो पूर्वजों की हो, आपको मिल सकती है। इससे आपको बहुत प्रसन्नता होगी। धर्म-कर्म के कामों में भी आपको मान सम्मान और यश की प्राप्ति होगी। आपका आर्थिक विकास होगा। आपको अपने करियर पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। नौकरी में अपने आपको सर्वे सर्वा समझने से बचने की कोशिश करें और मेहनत करने पर ध्यान दें, नहीं तो नौकरी में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। द्वादश भाव पर बृहस्पति की दृष्टि होने के कारण खर्चों के योग भी बनेंगे। हालांकि यह अच्छी बात है कि खर्च अच्छी दिशा में होंगे। परंतु इनसे आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। खर्चों को नियंत्रण में रखकर आप समस्याओं से बाहर निकल सकते हैं। स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान देना आवश्यक होगा।
उपायः आपको अपनी जेब में एक पीले रंग का रुमाल रखना चाहिए।
यह भी पढ़ें: कुम्भ राशिफल 2024
देव गुरु बृहस्पति मीन राशि के स्वामी हैं इसलिए आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण ग्रह हैं। आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ यह आपके कर्म भाव यानी कि दशम भाव के स्वामी भी हैं और वर्तमान गोचर के दौरान यह आपकी राशि से तृतीय भाव में प्रवेश करेंगे। तीसरे भाव में बृहस्पति का विराजमान होना आपके अंदर आलस्य बढ़ा सकता है। आप कामों को कल पर टालने वाले बन सकते हैं और इससे आप महत्वपूर्ण मौके अपने हाथ से गंवा देने वाले हो सकते हैं इसलिए आपको सतर्क रहना होगा और किसी भी मौके को हाथ से जाने से बचाने की कोशिश करनी होगी। मेहनत करने पर ध्यान देने से सफलता मिलेगी। मित्रों का सहयोग आपके काम में रहेगा। व्यापार में वे आपकी मदद करेंगे। मित्रों के सहयोग से वैवाहिक जीवन में भी जो समस्याएं हैं, उन्हें दूर करने में आपको लाभ मिलेगा। छोटी यात्राएं होंगी। भाई बहनों का भरपूर सहयोग आपको प्राप्त होगा। आप अपनी किसी रुचि को महत्व देंगे और उसे निखारने पर आपका ध्यान रहेगा। पड़ोसियों से आपके संबंध सुधरेंगे और रिश्तेदारों में आना जाना होगा।
गुरु गोचर 2024 आपको यह संकेत करता है कि सप्तम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि होने के कारण वैवाहिक जीवन में चली आ रही समस्याओं में कमी आएगी। यदि आप कोई व्यवसाय करते हैं तो उस व्यवसाय में भी उन्नति के योग बनेंगे। आपका व्यवसाय नए विचारों के साथ उन्नति की राह पर आगे चलेगा और कुछ महत्वपूर्ण लोगों के सहयोग से आपके व्यापार में अच्छी वृद्धि देखने को मिलेगी। बृहस्पति की सप्तम दृष्टि नवम भाव पर होने से आप दान, धर्म, पुण्य और अच्छे काम करना पसंद करेंगे। मंदिर अथवा तीर्थ स्थल पर जाएंगे। देव दर्शन से आपको शांति और सुकून का अहसास होगा। परिजनों के साथ तीर्थ यात्रा भी कर सकते हैं। आपकी छोटी दूरी की यात्राएं भी हो सकती हैं। एकादश भाव पर बृहस्पति की दृष्टि के कारण आर्थिक रूप से आपको प्रयास करने से अच्छा लाभ मिल सकता है। धन लाभ के लिए प्रयास तो करना पड़ेगा, हाथ हिलाने से ही काम बनेगा; खाली बैठे रहने से स्थितियों में जड़ता आ सकती है। आलस्य को त्याग कर काम पर ध्यान देंगे तो सफल रहेंगे। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों का पूरा सहयोग मिलेगा।
उपायः आपको अपना राशि रत्न पीला पुखराज बृहस्पतिवार के दिन तर्जनी अंगुली में सोने की मुद्रिका में अवश्य धारण करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: मीन राशिफल 2024
रत्न, यंत्र समेत समस्त ज्योतिषीय समाधान के लिए विजिट करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम आशा करते हैं कि बृहस्पति गोचर 2024 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी निराश न हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!